हज़ारो दुआओ के मालिक है हम.....खुदा की नियामत है,उस के हर इशारे को समझ जाते है हम....करे
कितना शुक्रिया उस मालिक का,कि हर सांस भी लेते है तो दुआ निकलती है हर सांस के साथ....जब जब
बिखरे है किसी मोड़ पर,थामा है अपनी ताकत से हमें....लोग कहते है कि खुदा कभी नज़र नहीं आता
हम कहते है,कि नज़र साफ़ है तो हर शख्स मे मिल जाते है वो...
कितना शुक्रिया उस मालिक का,कि हर सांस भी लेते है तो दुआ निकलती है हर सांस के साथ....जब जब
बिखरे है किसी मोड़ पर,थामा है अपनी ताकत से हमें....लोग कहते है कि खुदा कभी नज़र नहीं आता
हम कहते है,कि नज़र साफ़ है तो हर शख्स मे मिल जाते है वो...