खामोशिया तो साथ खडी है मेरे-खामोशिया तो हमेशा ही जीवन से जुडी है मेरे--बस तुम
ही ना सुन पाए हो---सरल रहे हम इतना,फिर भी तुम मुझे समझ ना पाए हो---बिछाते
रहे फूल तुमहारी राहो मे,पर खुशबू तो उस की ना तुम महसूस कर पाए हो---आज बनद
कर चुके हैै दिल के दरवाजे-पर अब लाख चाहो इसे तुम ना खोल पाओ गे-----
ही ना सुन पाए हो---सरल रहे हम इतना,फिर भी तुम मुझे समझ ना पाए हो---बिछाते
रहे फूल तुमहारी राहो मे,पर खुशबू तो उस की ना तुम महसूस कर पाए हो---आज बनद
कर चुके हैै दिल के दरवाजे-पर अब लाख चाहो इसे तुम ना खोल पाओ गे-----