कह तो दिया,आप के लायक ही नही है हम--समनदऱ की लहरो मे फॅसे है,बाहर निकल
ही नही पाए गे हम--हसती तो मेरी इतनी भी नही,कि आप को जनून बना ले अपना---
भॅवर की चपेट मे फॅसे,इक तनहाॅ सा सहारा बना ले अपना---इक बुझती हुई शमाॅ है
ऐसी,कि चाह कर भी आप का सॅसार ना रौशन कर पाए गे हम----
ही नही पाए गे हम--हसती तो मेरी इतनी भी नही,कि आप को जनून बना ले अपना---
भॅवर की चपेट मे फॅसे,इक तनहाॅ सा सहारा बना ले अपना---इक बुझती हुई शमाॅ है
ऐसी,कि चाह कर भी आप का सॅसार ना रौशन कर पाए गे हम----