Friday 24 July 2015

तेरी गुफतगू ने दिल को छू लिया है मेरे---कभी हॅसा कर,कभी रूला कर रूह को सकून

दिया है मेरे---पयार ना हो जाए कभी मुझ से तुझ को--हॅसी हॅसी मे यू दिल ना चुरा ले

 कभी मुझ से---वादियो मे मशहूर हो जाए गे----दूर रह-----कि कही दिल के हाथो तू

मजबूर ना हो यू मुझ से-----

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...