मेरे मासूम चेहरे को ना देखो-फिदा हो जाओ गे---मेरी मुहबबत को ना परखो-फना हो
जाओ गे---मेरे गुसताख इरादो पे ना हो कुरबान-जिनदगी से ही बेजाऱ हो जाओ गे-----
कभी फुऱसत से जो देखो गे मेरी निगाहो की चमक---अललाह कसम-----मेरा ही बनने
पे मजबूर हो जाओ गे----------
जाओ गे---मेरे गुसताख इरादो पे ना हो कुरबान-जिनदगी से ही बेजाऱ हो जाओ गे-----
कभी फुऱसत से जो देखो गे मेरी निगाहो की चमक---अललाह कसम-----मेरा ही बनने
पे मजबूर हो जाओ गे----------