वो भी एक शाम थी,यह भी एक शाम है..
तब आँखों मे नमी थी,पर आज आँखो मे खुशी है..
वो वकत कुछ औऱ था,य़ह वकत कुछ और है...
सिरफ बदल चुकी है,नजरो की फसल....
तब आँखों मे नमी थी,पर आज आँखो मे खुशी है..
वो वकत कुछ औऱ था,य़ह वकत कुछ और है...
सिरफ बदल चुकी है,नजरो की फसल....