एक वजह हम थे,एक वजह तुम थे,जीवन जीने के लिए...तुम नही तो जिनदगी कुछ
भी नही..कई तूफान बिखरे है इनही राहो पे..पर चलने के लिए रासते मिलते ही नही...
भी नही..कई तूफान बिखरे है इनही राहो पे..पर चलने के लिए रासते मिलते ही नही...
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...