दौलत से जो चलती दुनिया,हर अमीर आज खुश होता..
ना उनहे कोई दुख होता,ना आॅखो मे पानी होता....
पर जिनदगी का फलसफा नही एेसा..
चनद सिकको के लिए हर कोई खरीददार नही होता..
ना उनहे कोई दुख होता,ना आॅखो मे पानी होता....
पर जिनदगी का फलसफा नही एेसा..
चनद सिकको के लिए हर कोई खरीददार नही होता..