टूटना कभी सीखा ही नही.रासते बिखरे है हजाऱो बार,पर मनिजल को छोडना कभी
सीखा ही नही...कमजोर नही है इतने कि हवाओ से बिखर जाए गे..
इन हवाऔ को पकडना,खामोशी की ताकत से.....
सीखा है हम ने..
सीखा ही नही...कमजोर नही है इतने कि हवाओ से बिखर जाए गे..
इन हवाऔ को पकडना,खामोशी की ताकत से.....
सीखा है हम ने..