सितारों के झुरमुट मे एक सितारा ऐसा देखा...चमक उस की मे कुछ खास नज़ारा देखा....देखते
देखते रात गुजर गई कैसे,किस अंदाज़ से उस का रूप निहारा हम ने....यह जानते हुए भी कि बात
हमारी वो ना समझ पाए गा,पर पैगाम हमारा मेहबूब तक पंहुचा दे गा इस यकीं से गुफ्तगू का सहारा
लिया हम ने....गुजारिश करे या मिन्नतें उस की,कि उस सितारे को हम ने खूबसूरत सा नाम दे कर
खास सलामे-अर्ज किया हम ने.....
देखते रात गुजर गई कैसे,किस अंदाज़ से उस का रूप निहारा हम ने....यह जानते हुए भी कि बात
हमारी वो ना समझ पाए गा,पर पैगाम हमारा मेहबूब तक पंहुचा दे गा इस यकीं से गुफ्तगू का सहारा
लिया हम ने....गुजारिश करे या मिन्नतें उस की,कि उस सितारे को हम ने खूबसूरत सा नाम दे कर
खास सलामे-अर्ज किया हम ने.....