तहजीब से भरा आप के बोलने का यह लहज़ा..दिल मेरे को अंदर तक छू गया----मासूम सा चेहरा और
मोती की तरह बिखरते आप के होठो से यह लफ्ज़....खुदा की बनाई कोई मूरत है आप----सुना है और
देखा भी इस दुनिया मे,कि सूरत और सीरत कभी साथ नहीं मिलते----खूबसूरती का दंभ अक्सर मोहिनी
मूरत को नज़रअंदाज़ कर जाता है---पर कमाल कुदरत का देखा आप मे हम ने,हर कमी को दूर कर दिल
जीत लिया मेरा आप की सादगी का यह रुतबा----
मोती की तरह बिखरते आप के होठो से यह लफ्ज़....खुदा की बनाई कोई मूरत है आप----सुना है और
देखा भी इस दुनिया मे,कि सूरत और सीरत कभी साथ नहीं मिलते----खूबसूरती का दंभ अक्सर मोहिनी
मूरत को नज़रअंदाज़ कर जाता है---पर कमाल कुदरत का देखा आप मे हम ने,हर कमी को दूर कर दिल
जीत लिया मेरा आप की सादगी का यह रुतबा----