हमारे नूरानी चेहरे पे वो फिदा हो गए--हमे पढते पढते वो तो शायर ही बन गए---नजमे
जो उन की पढी,हम तो कायल ही हो गए---जिनदगी की दासताॅ मे वो कहा से आ गए--
हम तो अमानत हैै किसी और की,यह जान कर वो तो आॅसूओ के समनदऱ मे नहा गए--
जो उन की पढी,हम तो कायल ही हो गए---जिनदगी की दासताॅ मे वो कहा से आ गए--
हम तो अमानत हैै किसी और की,यह जान कर वो तो आॅसूओ के समनदऱ मे नहा गए--