मेरे पास तेरे खवाबो के सिवा और कुछ भी नही--तडपती रूह मे हजारो सवालात के
सिवा और कुछ भी नही--वफाओ की कहानी बन गई जिनदगानी मेरी--पायल की
रूनझुन मे बरसती रही आॅखो से नमी,वो मुुहबबत का पानी--साॅसे जो कभी थमने लगी
तो दिल ने कहा----यह जवानी तेरी पनाहो के सिवा और कुुछ भी नही---कुछ भी तो नही -------
सिवा और कुछ भी नही--वफाओ की कहानी बन गई जिनदगानी मेरी--पायल की
रूनझुन मे बरसती रही आॅखो से नमी,वो मुुहबबत का पानी--साॅसे जो कभी थमने लगी
तो दिल ने कहा----यह जवानी तेरी पनाहो के सिवा और कुुछ भी नही---कुछ भी तो नही -------