Wednesday 28 January 2015

आप ने जो सिखाया,उस के कदर दान है हम...एक मुकममल इनसान बनाया उस के

लिए की गई वफाओ के गुलाम है हम....अब किसी की नादानियो पे रोते नही है हम...

टुकडे टुुकडे जिनदगी को जीते नही हैै हम....दुनियाॅ की भीड मे आप कहाॅ खो गए..उन

उसूलो के मायने कहाॅ खो गए...लौट आइए आप के इनतजाऱ मे वीरान है हम...... 

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...