कुछ पाया कुछ खो दिया...पर यादो को साथ ले लिया...मुहबबत कहती है मै नूर हूॅ तेरी
जिनदगी का...तू उदास मत होना मै सकून हूॅ तेऱी उन यादो का...जो महका रही है तेरा
आॅगन...कही चोट खाई तो कया हुआ...वकत अभी और बाकी है...जिनदगी जीने के
लिए साॅसे भी अभी बाकी है...
जिनदगी का...तू उदास मत होना मै सकून हूॅ तेऱी उन यादो का...जो महका रही है तेरा
आॅगन...कही चोट खाई तो कया हुआ...वकत अभी और बाकी है...जिनदगी जीने के
लिए साॅसे भी अभी बाकी है...