हसरतो का तो कोई अनत नही होता...बेपरवाह सी चली आती है...जीवन का सकून
तबाह कर जाती है...वो मोड ही कया जहाॅ सकून ना हो....चलते चलते यह खयाल आया
जिनदगी तू खूबसूरत तो बहुत है,,हाॅ तेरे साथ चलने के लिए...सीने मे खलिश हो...
मुहबबत का वो जजबा हो..मरनेे का हौसला हो....जीनेे की तमनना हो.......
तबाह कर जाती है...वो मोड ही कया जहाॅ सकून ना हो....चलते चलते यह खयाल आया
जिनदगी तू खूबसूरत तो बहुत है,,हाॅ तेरे साथ चलने के लिए...सीने मे खलिश हो...
मुहबबत का वो जजबा हो..मरनेे का हौसला हो....जीनेे की तमनना हो.......