Monday 15 September 2014

हमारे जाने के बाद....हमे याद रखने की कोई वजह,किसी के पास नही होगी....

ना कोई रोए गा....ना पूजा के मनत्रो मे हमे याद कर पाए गा....हाॅ इनही कागज के

पननो मे,गर चाहो तो ठूूॅॅठ लेना....अपनी दासताॅ लिख जाए गे....और यही इक यादगार

बन जाए गे....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...