Monday, 26 December 2016

तुझे खोने के डर से,तुझी से प्यार करने से बचते रहे--ताउम्र बिन तेरे जीना ना पड़े,इस ख़ौफ़ से तुझ से

मुहब्बत करने से डरते रहे---भूल कोई ना कभी हो जाये हम से,बस तुझे छूने से भी डरते रहे..डरते रहे---

यू अचानक तेरा आज मुझ से टकराना,सारे ख़ौफ़ दूर कर गया...तेरी ही बाहों मे,तेरी ही आगोश मे,यू

सिमटना मेरे सारे खवाब पूरे कर गया--

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...