ना मिले है कभी..ना मिले गे शायद कभी..कुछ दर्द तेरे बाटे है मैंने...बहुत दर्द को हवा मे उड़ा दिया
मैंने....यह ज़िन्दगी बहुत हसीं है लेकिन,ज़िन्दगी को जीना दुश्वार ज़माने ने कर दिया लेकिन...जब
जब चेहरे पे शिकन आई है,एक दर्द की लहर सांसो के आर-पार आई है...बस नाम याद किया तेरा,
और ज़िन्दगी फिर से कमाल कर पाई है...रिश्तो का नाम कुछ नहीं शायद,फिर भी लफ़्ज़ों की तहजीब
साथ साथ चली आई है...
मैंने....यह ज़िन्दगी बहुत हसीं है लेकिन,ज़िन्दगी को जीना दुश्वार ज़माने ने कर दिया लेकिन...जब
जब चेहरे पे शिकन आई है,एक दर्द की लहर सांसो के आर-पार आई है...बस नाम याद किया तेरा,
और ज़िन्दगी फिर से कमाल कर पाई है...रिश्तो का नाम कुछ नहीं शायद,फिर भी लफ़्ज़ों की तहजीब
साथ साथ चली आई है...