अपनी पूजा मे जब आप दूसरो की खुशिया माॅगते है-तो भगवान् आप की खुशियो के
रासते खुद ही खोल देते है-बस मन व् जमीर साफ रखिए--शुभकामनाए सब केे लिए---
रासते खुद ही खोल देते है-बस मन व् जमीर साफ रखिए--शुभकामनाए सब केे लिए---
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...