Thursday 9 April 2015

फूलो की वादियो मे,पाया था तुमहे---बेपरवाह हवाओ ने, मिलाया था हमे---जिनदगी

के हर पल मे,खुशबू तेरी ही बिखरी है---कही जननत तो कही,मुहबबत की दुआ फैली है

----दूर ना जाना कभी मुझ से,कि---बहारो ने तुझे-यही रहने की इजाजत दे दी है---------

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...