हवाओ की रूखसती से पहले अकसर तेरे आने की खबर पूछ लेते है----जिस रासते से
तू गुजरे उसी रासते से तेरा पता भी अकसर पूछ लेते है------तू कही भी रहे मेरी खामोश
जुबाॅ की गुफतगू मे रहता है-----यह आसमाॅ जहा पे खतम होता है उसी मोड के आगे से
मेरी मुहबबत का सफऱ पूरा होता है------------
तू गुजरे उसी रासते से तेरा पता भी अकसर पूछ लेते है------तू कही भी रहे मेरी खामोश
जुबाॅ की गुफतगू मे रहता है-----यह आसमाॅ जहा पे खतम होता है उसी मोड के आगे से
मेरी मुहबबत का सफऱ पूरा होता है------------