शर्त है अगर प्यार मे तो यह प्यार कहा होगा....हर बात पे एक नया सवाल है तो इकरार भला कहा होगा
पलके भीग जाती है बिना वजह,दिल यू ही उदास हो जाता है...यह खौफ है तो मुहब्बत का निशाँ कहा होगा
तेरे आने पे दिल धड़कता तो है,पर यह धक् धक् किसी डर का आगाज़ है तो यह दिल बेताब कहा होगा
ना रख कोई शर्त प्यार मे,जब चाहा तुझी को टूट कर तो किसी और का दाखिले-अंदाज़ कहा होगा ....
पलके भीग जाती है बिना वजह,दिल यू ही उदास हो जाता है...यह खौफ है तो मुहब्बत का निशाँ कहा होगा
तेरे आने पे दिल धड़कता तो है,पर यह धक् धक् किसी डर का आगाज़ है तो यह दिल बेताब कहा होगा
ना रख कोई शर्त प्यार मे,जब चाहा तुझी को टूट कर तो किसी और का दाखिले-अंदाज़ कहा होगा ....