दोस्तों-------सपने और उम्मीदें...सब के लिए इस के मायने अपने अपने है--सपने देखने की कोई उम्र नहीं होती--और ज़रूरी नहीं कि हर सपना ढेर सारे पैसो की ज़रूरत को साथ मे लिए हो--एक आत्म-विश्वास और हौसला--साथ मे इस ज़माने से लड़ने की ताकत--दोस्तों---आप कुछ करे गे तब भी,नहीं करे गे तब भी..लोग आप के बारे मे बाते ज़रूर करे गे--क्यों कि शायद यह उन की फितरत है--अपने सपने को पूरा करने के लिए खूब मेहनत करे--और इस विश्वास के साथ कि भगवान आप का सपना पूरा करे गे--और वही लोग जो आज आप को पहचानते नहीं,वही सब आप की कामयाबी के जश्न पे बिना बुलाये आप के पास आये गे---दोस्तों,यह ज़िन्दगी कदम कदम पर हमारा इम्तिहान लेती है--असफलता मिले तो रोये नहीं,क्यों कि बुलंदियों पर पहुंचने के लिए यह ज़िन्दगी आप से मेहनत और हौसले का हिसाब लेती रहती है--सोने से पहले भगवान का शुक्रिया अदा करे और अपने जीवन की उपलब्धि पर गौर कीजिये--शुभ रात्रि दोस्तों...
Sunday, 18 June 2017
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....
दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...
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एक अनोखी सी अदा और हम तो जैसे शहज़ादी ही बन गए..कुछ नहीं मिला फिर भी जैसे राजकुमारी किसी देश के बन गए..सपने देखे बेइंतिहा,मगर पूरे नहीं हुए....
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मौसम क्यों बरस रहा है आज...क्या तेरे गेसुओं ने इन्हे खुलने की खबर भेजी है----बादल रह रह कर दे रहे है आवाज़े, बांध ले इस ज़ुल्फो को अब कि कह...
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बैठे है खुले आसमाँ के नीचे,मगर क्यों है बेहद ख़ामोशी यहाँ...कलम कह रही है क्यों ना लिखे ख़ामोशी की दास्तां यहाँ...आज है ख़ामोशी खामोश यहाँ औ...