रहमत तेरी से,यह आॅखे कयू नम हो गई--जो कहा तुम ने,उस अदा से यह शाम रॅगीन
हो गई---फलसफा तेरी रूसवाई का,मुझे नामॅजूर कर गया--धडका जो दिल,फैसलो को
बदलता चला गया---रात तो अब होने को है,तेरे आने की आहट से ही कयू यह चेहरा
गुलाब हो गया----
हो गई---फलसफा तेरी रूसवाई का,मुझे नामॅजूर कर गया--धडका जो दिल,फैसलो को
बदलता चला गया---रात तो अब होने को है,तेरे आने की आहट से ही कयू यह चेहरा
गुलाब हो गया----