Saturday 29 August 2015

हर  साॅस आने से पहले,तेरा नाम लबो पे आ जाता है--बहुत देर मत करना हमदम मेरे-

कि इनतजाऱ मे यह साॅसे,मुुझे उदास कर जाती है---दुनिया कहती है मुझे,जननत की

परी,मगर तनहाई मे तेरी याद रूला जाती है--ताउमर रहे तेरी ही हूर बन के,बस यही

खुशी की लहर तेरी याद ताजा कर जाती है----

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...