हम ने तुमहे,ना किसी रिशते से बाॅधा ना किसी वादे से..तुम जिओ अपनी मरजी से,बस
आजाद कर दिया सारे नातो से..पयार किसी बधॅन का मोहताज नही,जबरदसती साथ
जीने का नाम भी नही..कयो रहो तनहाॅ तुम,यह जिनदगी यह साॅसे तो कब से तुमहारे
नाम कर चुके..जानते है इतना,गर ताकत होगी हमारी पाक मुहबबत मे..तो हमारी
साॅसे टूटने से पहले तुम हमारे पास लौट आओ गे...
आजाद कर दिया सारे नातो से..पयार किसी बधॅन का मोहताज नही,जबरदसती साथ
जीने का नाम भी नही..कयो रहो तनहाॅ तुम,यह जिनदगी यह साॅसे तो कब से तुमहारे
नाम कर चुके..जानते है इतना,गर ताकत होगी हमारी पाक मुहबबत मे..तो हमारी
साॅसे टूटने से पहले तुम हमारे पास लौट आओ गे...