Monday 10 November 2014

कोई गरीब भूखा इनसान जब हमारे सामने हाथ फैलाताा है,तो मन दरद से भर जाता

है..पर जब हम उस को भर पेट खाना खिलाते है,उस केे बाद जो चमक उस की आॅॅखो मे

होती है...बस उसी मे हमे रब..खुदा..भगवान् सब दिख जाते है...बस एक कदम इनही

रब के बनदो की और बडा दीजिए.....एक खुशनुमा सुबह आप सब के लिए.....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...