Monday 21 January 2019

दिल अपने की सुने या धक धक तेरे दिल की सुने..अकेले मे आवाज़ अपनी सुने या तेरे नग्मों को

ज़िंदगी अपनी मे शामिल कर ले...बहुत गुमान है तुझे अपनी सूरत पे,कसम है खुद की सूरत की

तेरी सीरत को आज भी किसी की नज़र ना लगे...सूरत तो हवाओ मे ग़ुम हो जाया करती है,एक

सीरत ही तो है जो लोगो की यादो मे बस जाया करती है..पर गुमा फिर भी अपनी अच्छी सीरत

पे ना करना,यह  दुनिया एक  छोटी सी खता के लिए सब कुछ भूल जाया करती है...

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...