Sunday, 12 March 2017

तेरा साथ पाया है जब से,दुनिया बदल गई है मेरी--आईना देखते है जब जब,लगता है निगाहे ही बदल

गई है मेरी--तन्हाई से प्यार करने लगे है अब,कि तन्हाइयो से खुशबू आने लगी है तेरी--न बांध अब

निगाहों से मुझे अपनी,कि इन्ही निगाहों मे ज़िन्दगी अब उलझ गई है मेरी--बहुत खूबसूरत है अंदाज़

तेरा,बिन बारिश के भीग गई है वादियां दिल की मेरी---

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...