तेरी बेबाक बातो से,नजऱ कयू भर आई है--फिर कभी यू देर ना हो जाए,यह परेशानी
फिर कयू चली आई है-- दऱदे-दिल तुझे दे कर,यह खुशी की लहर कहा से साथ चली
आई है---इनही लमहो मे यादे सजे गी तेरी,फिर सजदे के लिए कयू तेरी ही तसवीर
नजऱ आई है----
फिर कयू चली आई है-- दऱदे-दिल तुझे दे कर,यह खुशी की लहर कहा से साथ चली
आई है---इनही लमहो मे यादे सजे गी तेरी,फिर सजदे के लिए कयू तेरी ही तसवीर
नजऱ आई है----