Wednesday 21 October 2015

दोसतो दशहरा मुबारक हो---जिनदगी बार बार नही मिलती-इस से पयार करे---अपना

खयाल रखे-जो आप को मन से सममान दे--पयार करे...बदले मे उन को भी सममान दे

अपना अपमान ना सहे---खुश रहे और खुशिया बाटे--दुख-तकलीफ मे हिममत ना हारे

--हर हाल मे भगवान् का शुकरीया अदा करे---जय साई राम--

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...