दोसतो दशहरा मुबारक हो---जिनदगी बार बार नही मिलती-इस से पयार करे---अपना
खयाल रखे-जो आप को मन से सममान दे--पयार करे...बदले मे उन को भी सममान दे
अपना अपमान ना सहे---खुश रहे और खुशिया बाटे--दुख-तकलीफ मे हिममत ना हारे
--हर हाल मे भगवान् का शुकरीया अदा करे---जय साई राम--
खयाल रखे-जो आप को मन से सममान दे--पयार करे...बदले मे उन को भी सममान दे
अपना अपमान ना सहे---खुश रहे और खुशिया बाटे--दुख-तकलीफ मे हिममत ना हारे
--हर हाल मे भगवान् का शुकरीया अदा करे---जय साई राम--