चिलमन मे झुुकी वो निगााहेे जो देखी हम ने,हजारो खवाबो मे ठल गई जिनदगी हमारी
---रौशन सा जो चेहरा नजऱ आया,खुदा की रहमत पे य़की हो गया दुबारा---वो रॅगत वो
शोखी,जुबाॅ से महकते वो अलफाज-नरम कलाईयो मे बजती हुई चूडियो की वो झनकाऱ
--तेरी सूरत मे यकीकन खुदा का अकस देखा हम ने---उस की खुदाई पे खुद को झुका
पाया हम ने--------
---रौशन सा जो चेहरा नजऱ आया,खुदा की रहमत पे य़की हो गया दुबारा---वो रॅगत वो
शोखी,जुबाॅ से महकते वो अलफाज-नरम कलाईयो मे बजती हुई चूडियो की वो झनकाऱ
--तेरी सूरत मे यकीकन खुदा का अकस देखा हम ने---उस की खुदाई पे खुद को झुका
पाया हम ने--------