हम कहते रहे पयार करते है तुमहे बेइनितहाॅ बेइनितहाॅ----कैसे जी पाए गे तेरे
बिना -तेरे पयार का कहा शुकरीया------बहारे भर ली है दामन मे हम ने,तुमहारे आने से
----बरसाते थम गई है तेरे घर आने से---यू ही नही गुजारे हम ने यह बरस तेरे इनतजाऱ
मे---कभी रोए कभी तडपे,भीग गई पलके तेरी ही जुदाई मे--अब आए हो तो जाना नही
कि यह बहारे थम जाए गी,तेरे चले जाने से-----------
बिना -तेरे पयार का कहा शुकरीया------बहारे भर ली है दामन मे हम ने,तुमहारे आने से
----बरसाते थम गई है तेरे घर आने से---यू ही नही गुजारे हम ने यह बरस तेरे इनतजाऱ
मे---कभी रोए कभी तडपे,भीग गई पलके तेरी ही जुदाई मे--अब आए हो तो जाना नही
कि यह बहारे थम जाए गी,तेरे चले जाने से-----------