Tuesday 2 December 2014

सपनो की दुनियाॅ मे जाने से पहले,हम हकीकत से मिलने चले आए..उस खूबसूरत सी

जननत मे जाने से पहले,हम अपने गरीबखाने चले आए..सुना था जननत मे बेपनाह

खूबसूरत नजारे होते है,लौटे जो अपने आॅगन मे तो मासूम हॅसी के फववाऱे देखे.....

जननत को तो भूल गए,बस मासूम हॅसी मे अपना जीवन सवाॅरने चले आए....

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...