धडकनो की गर बात सुने तो बस तेरे ही हो जाते हैै...आॅखे जो हकीकत बयाॅ करती है
यकीकन कदमो दूर चले जाते है...लिबास पहने जो तेरे एहसासो का,तो बिलकुल ही
बदल जाते हैै...पलट कर देखे जो राहेे-किसमत को बस बिखर बिखर जाते है...पूछते है
तुम से..अॅदाजे-बयाॅ कहने के लिए तेरे रूबरू हो या सब सीने मे दफन कर तेरी जिॅदगी
मे शिरकत कर जाए...
यकीकन कदमो दूर चले जाते है...लिबास पहने जो तेरे एहसासो का,तो बिलकुल ही
बदल जाते हैै...पलट कर देखे जो राहेे-किसमत को बस बिखर बिखर जाते है...पूछते है
तुम से..अॅदाजे-बयाॅ कहने के लिए तेरे रूबरू हो या सब सीने मे दफन कर तेरी जिॅदगी
मे शिरकत कर जाए...