Sunday 28 August 2016

मेॅहदी रचे हाथो मे लिखा है बस तेरा ही नाम--एक बार नही हजारो बार देखते है बस

तेरा ही नाम--उलझनो को सुलझा रही है, यह तेरे नाम की मेॅहदी--दुनिया जलती हैै तो

जलती रहे,वफाए-जिॅदगी की शाम को महका रही है यह मेॅहदी--रात मिलन की आने तो

दो,फिर जानो गे कया गुल खिलाए गी तेरे नाम की यह मेॅॅहदी---

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...