तू कहे तो आसमाँ को धरती पे उतार लाए हम..कितने सितारों को तेरे दामन मे सजा दे हम...तेरे
लबो पे हँसी लाने के लिए,कितनी ही मुस्कुराहटें क़ुरबान कर दे गे हम...न जाने किए थे कितने वादे
तुम ने हमारे संग..तेरी वफ़ा के कायल रहे न जाने कितने जन्म...होश तो तब आया जब तुझे देखा
तेरी महज़बी के संग..बिखरे नहीं,टूटे भी नहीं..पर तेरी ख़ुशी के लिए अब कोई दुआ भी नहीं दे गे हम...
लबो पे हँसी लाने के लिए,कितनी ही मुस्कुराहटें क़ुरबान कर दे गे हम...न जाने किए थे कितने वादे
तुम ने हमारे संग..तेरी वफ़ा के कायल रहे न जाने कितने जन्म...होश तो तब आया जब तुझे देखा
तेरी महज़बी के संग..बिखरे नहीं,टूटे भी नहीं..पर तेरी ख़ुशी के लिए अब कोई दुआ भी नहीं दे गे हम...