Thursday 13 October 2016

तू कहे तो आसमाँ को धरती पे उतार लाए हम..कितने सितारों को तेरे दामन मे सजा दे हम...तेरे

लबो पे हँसी लाने के लिए,कितनी ही मुस्कुराहटें क़ुरबान कर दे गे हम...न जाने किए थे कितने वादे

तुम ने हमारे संग..तेरी वफ़ा के कायल रहे न जाने कितने जन्म...होश तो तब आया जब तुझे देखा

तेरी महज़बी के संग..बिखरे नहीं,टूटे भी नहीं..पर तेरी ख़ुशी के लिए अब कोई दुआ भी नहीं दे गे हम... 

दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का.... .....

 दे कर रंग इन लबो को तेरे प्यार का,हम ने अपने लबो को सिल लिया...कुछ कहते नहीं अब इस ज़माने  से कि इन से कहने को अब बाकी रह क्या गया...नज़रे चु...