फिर आई है एक नई सुबह..यह बताने के लिए..
पूरा आसमाॅ अपना हैै..पॅख अपने फैलाने के लिए..
धूप भी आ जाए गी..यह समझाने केेे लिेए..
डरना नही अधॅेेऱो से,मै रोज आऊ गी..उजाला देने के लिए..
पूरा आसमाॅ अपना हैै..पॅख अपने फैलाने के लिए..
धूप भी आ जाए गी..यह समझाने केेे लिेए..
डरना नही अधॅेेऱो से,मै रोज आऊ गी..उजाला देने के लिए..